राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को केंद्र की एनडीए सरकार पर केंद्रीय बजट में बयानबाजी करने और अतीत में की गई घोषणाओं को रीपैकेजिंग के साथ पेश करने का आरोप लगाया। अब इसी को लेकर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने पलटवार किया है। ललन सिंह ने कहा कि मखाना सबसे पुरानी उपज में से एक है, जिसकी मार्केटिंग पूरी दुनिया में हो रही है और इसके विकास, मूल्य संवर्धन और निर्यात को बढ़ाने के लिए मखाना बोर्ड का गठन, क्या यह पुरानी पैकेजिंग है?
जदयू नेता ने कहा कि क्या ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और आईआईटी विस्तार, खाद्य प्रसंस्करण संस्थानों के गठन की घोषणा पुरानी पैकेजिंग है? वह नहीं समझेंगे, उन्हें और उनके माता-पिता को बिहार के विकास में कोई रुचि नहीं है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री यादव ने वैशाली जिले में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राज्य के लिए अच्छा लाभ हासिल करने में कथित रूप से नाकाम रहने के लिए आलोचना की। कुमार की पार्टी जनता दल (यू) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अहम सहयोगी है
तेजस्वी ने कहा, “तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को ही देख लीजिए। उन्होंने आंध्र प्रदेश के लिए एक लाख करोड़ रुपये का लाभ सुनिश्चित किया है। आज पेश किए गए बजट में बिहार के लिए ऐसी किसी मदद के बारे में कुछ नहीं कहा गया है। हमें यह भी नहीं पता कि पिछले साल वादा किए गए 59,000 करोड़ रुपये कहां खर्च किए गए हैं।’’ विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, “हम मुख्यमंत्री से बेहतर सौदे की उम्मीद नहीं कर सकते, क्योंकि अब वह अपने होश में नहीं दिखते और यह समझने की क्षमता भी खो चुके हैं कि ताली कहां नहीं बजानी चाहिए।”